जद्याँ दूजाँ को थाँका पे ओ अदिकार हे, तो कई माँको अणीऊँ हेलो कोयने? पण माँ ओ अदिकार काम में ने लिदो, पण हारोई सेण करता रिया के, माँकाऊँ मसी का हव हमच्यार में कई रोक-टोक ने वेवे।
ईं वाते माँ खुद ईं परमेसर की मण्डली में थाँका पे मेपणो करा हा, काँके जतरा भी दुक अन कळेस हाँ, वाँने थाँ जेल्या, ईं हारी बाताँऊँ थाँके धीरज अन विस्वास का बारा में पतो चाले हे।
थूँ सान्तीऊँ टक्यो तको रेज्ये अन दुक भोगबा का वाते त्यार रे। हव हमच्यार को परच्यार करबा का वाते घणी मेनत कर अन थाँरी जिमेदारी ने हव तरियाऊँ पुरी करज्ये।