काँके थाँ अबाणू तईं दनियाँ का मनकाँ का जस्यान हो, ईं वाते थाँकामें रिस्याँ बलणो अन कळेस मोजुद हे, तो कई थाँ दनियाँ का सांसारिक मनक ने हो अन थाँ सांसारिक मनकाँ के जस्यान वेवार करो हो?
हो विस्वासी भायाँ, मूँ अणा आकरी सबदा का हाते अणी कागद ने बन्द कररियो हूँ, राजी रिया करो, थाँका वेवार ने बदलो, एक-दूँजा ने हिम्मत बंदावो, सान्ती अन मेल-मिलापऊँ रो, तद्याँ परमेसर ज्यो परेम अन सान्ती का दाता हे थाँका हाते रेई।
ईं वाते मारो थाँने कागद लिकबा को ओ मतलब ने हो के, मूँ थाँने बताऊँ के, कूण दोसी हे अन वींका बारा में के, किंका खिलाप में गुनो किदो ग्यो हे, पण ईं वाते लिक्यो हो के, परमेसर का हामे थाँने खुद पतो पड़ जावे के, थाँ माँकी करती मानो हो।