5 पण एक लुगई ज्या उगाड़े माते परातना करे कन परमेसर का आड़ीऊँ बोले हे, वाँ आपणाँ धणी को मान गटावे हे ज्यो वींको मातो हे, वाँ वणी लुगई के जस्यान हे जिंकी टाट कड़ई दिदी वे हे।
असेर गोत में फनुएल की बेटी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळी ही। वींको नाम हन्ना हो अन वाँ डोकरी ही। वाँ पन्याँ केड़े आपणाँ धणी का लारे खाली हात वर तईं री ही।
“‘परमेसर केवे के अन्त की टेम में अस्यो वेई के, मूँ आपणी आत्मा हारई मनकाँ में नाकूँ, थाँका बेटा-बेटी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा लाग जाई, थाँका मोट्यार मनक दरसावो देकी, अन भूण्डा-ठाड़ा लोग-बाग हपनो देकी।
लुगायाँ ने विस्वास्याँ की मण्डळ्याँ में छानो रेणो छावे, काँके वाँने बोलबा को अदिकार कोयने, पण वाँने अदीन रेणो छावे, जस्यान मूसा का नेमा में लिक्यो ग्यो हे।