14 कई थाँ खुद ने जाणो हो के, यद्याँ कुई मनक आपणाँ बाल मोटा वेबा दे, तो आ वींका वाते हरम की बात हे।
ईसू वाँने क्यो, “मारा में हुगली आत्मा कोयने हे। मूँ मारा बाप ने मान देवूँ हूँ। अन थाँ मारी बेजती करो हो।
थाँ खुद बच्यार करो, कई लुगई ने उगाड़े माते परमेसरऊँ परातना करणी हव हे?
पण यद्याँ एक लुगई लम्बा बाल राके तो, वींका वाते हव हे, काँके बाल वींने ओढणी का वाते दिदा ग्या हे।
वीं कई हिकणो छावे तो आपणाँ घरे में आपणाँ धणीऊँ पूछे, काँके लुगायाँ को विस्वास्याँ की मण्डली में बोलणो हव ने हे।