5 पण परमेसर वाँका मूँ नरईऊँ राजी ने व्या, ईं वाते वाँको काकड़ में नास वेग्यो हो।
परमेसर चालीस वरा तईं कणा मनकाँ पे गुस्सा में रिया। कई वणापे ने जणा पाप किदो हो, अन वाँकी लासा काकड़ में पड़ी री ही।
थाँ तो अणा बाताँ ने जाणोइस हो, पण मूँ थाँने पाच्छी आद अवाड़णो छारियो हूँ के, परमेसर आपणाँ मनकाँ ने मिसर देसऊँ निकाळ बंचान लाया हो। पण वणा मनकाँ मेंऊँ थोड़ाक विस्वासऊँ फरग्या, ईं वाते वोईस परमेसर वणा मनकाँ ने ज्यो विस्वासऊँ फरग्या हा, वाँने नास कर दिदा हा।