अन ईं तरियाँ वाँका बच्यार बट जावे हे। पनी तकी अन कूँवारी में भी फरक हे, कूँवारी तो परबू की चन्ता करे हे के, वाँ देह अन आत्मा दुयाँ में पुवितर वे, पण पनी तकी दनियाँ की चन्ता करती रेवे हे के, आपणाँ धणी ने राजी राके।
जद्याँ कुई उपदेस हुणावे तो वींने अस्यान हूणाणो छावे जस्यान के, वो परमेसरऊँ मल्या तका बचन ने हुणारियो वेवे। यद्याँ कुई सेवा करे, तो वो वीं तागतऊँ ज्या परमेसर वींने दिदी हे वींके जस्यान सेवा करे, जणीऊँ हारी बाताँ में ईसू मसी की वजेऊँ परमेसर की मेमा वेवे। मेमा अन तागत हमेस्या वींकीइस हे। आमीन।