20 ने, मारा केवा को मतलब ओ हे के, वीं अधरमी ज्यो बली चड़ावे हे, वीं परमेसर का वाते ने, पण हुगली आत्मा का वाते चड़ावे हे। अन मूँ ने छावूँ के, थाँ हुगली आत्मा के भेळा रेवो।
ईं दनियाँ को सेनापती ज्यो सेतान हे, वो वणा मनकाँ की अकल ने बन्द कर मेली हे जीं विस्वास ने करे हे। जणीऊँ वीं परमेसर का रूप में मसी ने अन वाँकी मेमावान उजिता का हव हमच्यार ने ने देक सके।
कई भी वे मने थाँरा विरोद में थोड़ीक बात केणी हे। थाँरी मण्डली में अस्यान का थोड़ाक मनक हे ज्यो बिलाम की हिक पे चाले हे। काँके बिलाम बालाक ने हिकायो हो के, वो इजराएली मनकाँ ने मूरत पे चड़ायो तको चड़ावो खाबा अन कुकरम करबा का वाते उकसावे।
पण मने थाँरा विरोद में ओ केणो हे, थूँ इजेबेल नाम की वीं लुगई ने थाँरा बचमें में रेवा देवे हे, वाँ खुद ने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळी बतावे। वाँ आपणी हिकऊँ मारा दासाँ ने कुकरम करबा अन मूरताँ पे चड़ायो तको चड़ावो खाबा वाते उकसावे हे।
पछे वीं मनक जो वाँकी मारऊँ बचग्या हा, वणा आपणाँ मन ने ने बदल्यो, पण वीं तो हुगली आत्मा, होना, चाँदी, पीतळ, भाटा अन कांस्या की मूरताँ के, जीं ने बोल सके हे, ने देक सके हे, अन ने चाल सके अन ने हुणन सके, वाँके धोक लागणो ने छोड़्यो।