30 अन परमेसर का आड़ीऊँ थाँ ईसू मसी में हो, मसी ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ आपणाँ वाते ग्यान ठेरियो अन वींका वजेऊँ आपाँ परमेसर का हामे सई अन पुवितर मनक बण्या अन आपाँने छुटकारो मल्यो।
ईं वाते परमेसर को ग्यान भी केवे हे के, ‘मूँ वाँका नके परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा अन खन्दाया तका ने खन्दाऊँ। पसे वीं वाकामूँ वीं करता ने तो मार नाकी अन नरई ने हताया करी।’
काँके ज्यो बचन थाँ मने दिदो, में वाँने वोईस बचन दिदो। अन वणा वींको विस्वास किदो। अन वीं ईं हाँच ने जाण लिदो हे के, मूँ थाकी आड़ीऊँ आयो हूँ, अन विस्वास कर लिदो हे के, थाँईस मने खन्दायो हे।
थूँ वाँकी आक्याँ ने खोले अन वीं अंदाराऊँ उजिता का आड़ी, अन सेतान की सगतिऊँ परमेसर का आड़ी फरे ताँके वाँने पापाऊँ मापी मले अन परमेसर का चुण्या तका लोगाँ के हाते वीं भी बापोती में भेळा वेवे।’
मारा हण्डाळ्याँ यहूदी अन्द्रनीकुस अन युनिया ने जीं मारी हाते जेल में हा वाँने मारो नमस्कार। वीं खन्दाया तका चेला मेंऊँ जीं नामी हे अन ज्यो माराऊँ पेल्याँईं मसी में आग्या हा।
अन आ दनियाईस ने पण आपाँ भी ज्याँने आत्मा को पेलो फळ मल्यो हो, आपाँ भी दकऊँ तड़परिया हा। काँके आपाँ ईं बात की वाट नाळरिया हे के, वो आपाँने आपणी ओलाद का जस्यान मान ले अन आपणो देहऊँ छुटकारो वे जावे।
पण यद्याँ हाँची में थाँकामें परमेसर की आत्मा वास करे हे तो थाँ देह की मरजी का जस्यान ने जीवो, पण आत्मा का जस्यान जीवो। यद्याँ किंमें ईसू मसी की आत्मा ने हे तो वो मसी को ने हे।
कुरिन्तुस में परमेसर की वणा मण्डळ्याँ का नाम लिक्यो, जीं ईसू मसी में पुवितर किदी गी, ज्याँने परमेसर आपणाँ मनक बणाबा का वाते चुण्या हा, जीं हरेक जगाँ आपणाँ अन वाँका परबू ईसू मसी को नाम लेवे हे।
काँके यद्याँ मसी में थाँने हिकाबावाळा दस हजार भी वे, तद्याँ भी थाँका बापू नरई ने हे। काँके हव हमच्यार हुणाबाऊँ अन ईसू मसी में मूँ थाँको बापू बण्यो हूँ।
मूँ मसी में एक मनक ने जाणूँ हूँ, मूँ ने जाणूँ पण परमेसरइस जाणे हे। वींने चवदा वर पेल्याँ देह हमेतइस कन देह का बना हरग की तीजी ऊसी जगाँ में उठा लिदो ग्यो हो।
काँके परमेसर क्यो हो के, “अन्दारा में उजितो चमकी” अन वोईस आपणाँ हरदा में चमक्यो हे, जणीऊँ आपाँने ईसू मसीऊँ परमेसर की मेमा का वाते ग्यान को उजितो मल सके।
अन मूँ वाँका हाते गट-जोड़ऊँ जी सकूँ। मूँ मूसा का नेमा को पालण करबाऊँ परमेसर का हामे सई ने हूँ, पण ईसू मसी पे विस्वास करबाऊँ परमेसर का हामे सई हूँ। अबे परमेसर केवे हे मूँ वाँका हामे सई हूँ, काँके मूँ विस्वास करूँ हूँ।
मसी का बचना ने आपणाँ हरदा में नराऊँ-नरा वसबा दो अन हाराई ग्यानऊँ एक दूजाँ ने हिकावो अन हेंचेत करता रेवो। थाँका हरदाऊँ परमेसर को धन्नेवाद करता तका भजन, बड़ई का गीत अन आत्मिक गीत गाता रेवो।
मूँ समोन जिंको नाम पतरस भी हे, ज्यो परबू ईसू मसी को दास अन थरप्यो तको चेलो हे, मूँ ओ कागद वाँ मनकाँ का नाम लिकरियो हूँ, जीं आपणाँ परमेसर अन छुटकारो देबावाळो ईसू की धारमिकता के वजेऊँ आपणे जस्यानीस विस्वास करे हे।
ईसू मसीइस हे, ज्यो आपणाँ नके पाणी को बतिस्मो लेबा अन आपणो लुई वेवाड़ ने आया, वीं खाली पाणी को बतिस्मो लेबा वाते ने आया, पण वो पाणी को बतिस्मो लेबा अन आपणो लुई वेवाड़ का वाते आया हाँ अन अणी बात की गवई परमेसर की आत्मा खुद देवे हे, काँके आत्माइस हाँची हे।
ईं मनक कूँवारा हा अन ने ईं कणी लुगई का हाते कदी हूँता। अन जटे वीं उन्यो जातो ईं वींके हाते वे जाता। ईं परमेसर का वीं पेला फळ हे, ज्याँने मोल देन छुड़ाया ग्या हा।
वीं एक नुवो गीत गाबा लागा हा के, “थाँ ईं किताब ने अन ईंपे लागी तकी मोराँ ने खोलबा जोगो हो, काँके थाँ बली चड़न थाँका लुईऊँ हाराई कुल का मनकाँ ने, हारी बोली बोलबावाळा ने, हारी जात्या का मनकाँ ने परमेसर वाते मोल लिदो हे।