ज्यो बीज झाड़क्याँ में वाया ग्या, वीं वणा मनकाँ का जस्यान हे, ज्यो परमेसर का बचन ने हुणे हे, पण ईं दनियाँ की चन्ता अन धन-माया को लोब-लाळच वाँने परमेसर को बचन भुलई दे के, परमेसर वाँकाऊँ कई छावे हे अन वो फळ ने लावे।
तद्याँ इपिकुरी अन स्तोकी का थोड़ाक अकलमन्द मनक वींकाऊँ आपणी बात-बच्यार किदी अन क्यो, “ओ बेण्डो कई केणो छारियो हे”। पण दूजाँ क्यो “ओ दूजाँ देवी-देवताँ का बारा में बतावे हे”। वे अस्यान ईं वाते केरिया हा, काँके वो ईसू का बारा में अन वींके पाछो जीवतो वेबा को हव हमच्यार हुणारियो हो।
काँके जद्याँ परमेसर ईं जग ने बणायो हो, तद्याँऊँ वाँका ने दिकबावाळा गुण मतलब अनंत सगती अन परमेसर का हभाव देक्या जावे हे, परमेसर ज्यो कई बणायो हे वणा चिजाँऊँ वीं परमेसर ने साप साप जाणे हे। ताँके मनकाँ का नके कई आळको ने वेवे।
हो विस्वासी भायाँ, अबे थोड़ोक होचो के, जद्याँ परमेसर थाँने बलाया हा तो थाँकामूँ नरई तो ने सांसारिक देकणी में विदवान हा अन नेई तागतवर। थाँकामूँ नरई की तो समाज में कई जगाँ भी ने ही।
पण परमेसर वणा मनकाँ ने चुण लिदा ज्याँने दनियाँ की नजराँ में मुरक हमज्या जावे हे, ताँके वीं दनियाँ का ग्यानवाळा ने लाजा मारे अन परमेसर दनियाँ की नजराँ में कमजोर हमज्या जाबावाळा ने चुण लिदा, ताँके वीं दनियाँ का तागतवराँ ने लाजा मारे।
परमेसर दनियाँ मूँ वाँनेईस चुण्या ज्याँने दनियाँ की नजराँ में नीचा हमज्या जावे हे अन ज्याँने बेकार हमज्या जावे अन ज्यो कई भी ने हे। परमेसर अणाने चुण्या ताँके दनियाँ ज्याँने खास हमजे हे, वाँने वीं बेकार ठेरा सके,
कई थाँ ने जाणो के, परमेसर का मनक दनियाँ को न्याव करी? जद्याँ थाँकाऊँ अणी दनियाँ को न्याव करियो जाई तद्याँ कई थाँ आपणी अतरी फोरी-फोरी बाताँ को न्याव करबा जोगा भी ने हो?
हो कुकरमी लोगाँ, कई थाँ ओ ने जाणो हो के, ईं दनियाऊँ भईच्यारो राकणो परमेसरऊँ दसमणी राकणी वेवे हे? ईं वाते जो दनियाऊँ भईच्यारो राके हे, वो खुद ने परमेसर को दसमण बणावे हे।