तीतस 2:2 - देउखरिया थारु2 बुह्राइल मनै अपनहे अप्निहीँ नियन्त्रण करे सेक्ना हुई परत, ओइने दोसुर जहनहे असिन व्यवहार देखाई परत। ताकि मनै ओइन्के सम्मान करिँत, और दोसुर जहनहे समझदारी व्यवहार करनाहाँ हुई परत। परमेश्वरकेमे ओइन्के विश्वास बल्गर हुई परत, दोसुर जहनहे सच्चाइसे प्रेम करुइया हुई परत, और सहे सेक्ना क्षमता हुई परत। Faic an caibideilदङ्गौरा थारू2 उमेर ढल्कल मनैन आत्मसंयमी, आदर पैना हिसाबक, अपन्हेह अधीनम ढर्ना हुइपर्ठा कैक सिखाओ। ठीक शिक्षा विश्वास करपर्ठा, पवित्र प्रेम करपर्ठा, ओ सहनशील हुइपर्ठा कैक हुँकन कहो। Faic an caibideil |
जोन मनै दौड़मे भाग लेथाँ, ओइने सक्कुहुनसे आघे अभ्यास करथाँ, और अपन इच्छा अप्निहीँ नियन्त्रण करथाँ। ओइने असिके यहे कारणसे करथाँ, ताकि ओइने जिते सेकिँत। ओइन्हे सम्मानके लग फुलक माला घलाजाइत, और उ फुलक माला धेउर समयसम नै रहत। पर हम्रे, जे-जे येशू ख्रीष्टहे विश्वास कर्थी, हम्रे सम्मानित हुइबी, और हम्रिहिन्हे देगिलक आशिष सदामान पलिरही। तबेकमारे हम्रे अपने चाहनामे भुलाई नै परत।
काकरेकी हम्रे दिनके सन्तान हुइती, तबेकमारे हम्रे अपनहे नियन्त्रण करे परत। विश्वास और प्रेमहे घाललेऊ, जेने ओस्तेहेँके हमार रक्षा करथाँ जसिके एकथो कवच सैनीकके रक्षा करत। और हम्रिहिन्हे यी आशा बा कि हम्रे सदाकालके दण्डसे बँचगिल बती, और हम्रिहिन्हे मुक्ति मिलगिल बा। और यी आशा उ खोप्रिहीक हस हो, जोन सैनीकहे रक्षा करत।
तबेकमारे, यी बात खास बा कि मण्डलीक अगुवनकेमे यी गुण हुई परना जरुरी बा: ओइन्केमे कौनो दोष ना होए। ओइन्के एक्केथो किल जन्नी रहिन्। ओइने एकथो शान्त तरिकासे व्यवहार करुइया हुई परत। ओइन्के विवेक शुद्ध हुई परत। और ओइने मनैनसे आदर भेटाई सेक्ना हुई परत। ओइने अपन घरेम आइल पहुननके स्वागत करनाहाँ हुई परत। परमेश्वरके वचन मजासे सिखैनामे ओइने सिपार हुई परत।