प्रकाश 6:6 - देउखरिया थारु6 उ चारथो जित्ती प्राणीनके बिच्चेमसे मै किहुहे असिके बोलत सुन्नु, जेकर आवाज एकथो मनैयक हस रहिस: “भविष्यमे पृथ्वीमे अनिकाल परी। तबेकमारे एक दिनके देहारीसे एक किलो चाउर, या तीन किलो जौ किल किनक लग पुगी। पर तेल और अंगुरके रस भर धेउर होजाई।” Faic an caibideilदङ्गौरा थारू6 उ चार जीवित प्राणीन्हक बीचम एकठो आवाज असिक कहल मै सुन्नु, “एक दिनिक ज्यालाले एक किलो गोहूँ वा तीन किलो जौँ केल किन सेक्जैठा तर जैतून ओ अङ्गूरिक ब्वाँटिह नोक्सान जिन करो।” Faic an caibideil |
जसिके किहुहे बिच्छी काट्देलेसे सौँस्याइत। ओस्तेहेँके उ फौजी फटिंगनहे पाँच महिनासम उ मनैनहे सतैना अनुमति मिलल रहिन, जेनके लिल्हारीम परमेश्वरके मोहरके छाप नै रहिन। पर परमेश्वर ओइन्हे यी आज्ञा देले रहिन कि ओइने ना ते पृथ्वीक घाँसहे, ना ते बोँटबिरुवनहे, और ना कौनो रुख्वाबरिख्वनहे नोकसान पुगाइँत। और ना ओइने कौनो मनैनहे मुवाई सेकिँत।