तम जो सुणनाछौ, तइ सुणा कुरणिका बारेमि ध्यानले सोच कि पबित्र आत्माले मण्डलिलाइ कि भण्नाहान। दुष्ट सक्तिलाइ परास्त अद्द्या मान्सनलाइ, म केइ मन्न दिन्या हु जो लुकाइया छ। म हरेकलाइ एक सेतो ढुंवा दिन्या हु जइमि नयाँ नाउँ लेखिया हुन्या हो, त्यो नाउँ पाउन्या मान्स बाहेक कसइले लगइ बुज्जया आथिन।”