“म थान्अ थांका मन फराबा बेई पाणी सुं बतिस्मो देऊ छु पण वो ज्यो म्हारअ पाछ्अ आबाळो छ, मंसुं महान छ। म तो उंका जूता की जेवड़्या खोल्बा जस्यो बी कोन्अ। वो थान्अ पवितर-आत्मा अर आग सुं बतिस्मो देव्अलो।
अब आग्अ सुंई दनीया की रीति प्अ मत चालो पण खुदका मना न्अ नया कर खुदन्अ बदलल्यो जिसुं थे परमेसर की मन्सा न्अ परखर जाण सको। मतबल ज्यो चोखो छ, ज्यो उन्अ भाव्अ छ अर पूरो छ।
तो जोड़ला क पैदा होबासुं पेली अर वांक्अ कांई बी भलो बरो करबा सुं पेली रिबका न्अ खियो गियो छो, “बड़ो छोरो छोटा की सेवा करअलो।” जिसुं परमेसर की वा मन्सा ज्यो करमा सुं नही पण परमेसर का चुणबा सुं साबित होव्अ छ।
थाम्अ सुं बी एकात मनख अस्यान कांई छा। पण अब थान्अ धोर पवितर कर दिया। थान्अ परमेसर की सेवा मं सुंप दिया। परबु ईसु मसी का नांऊ अर आपणा परमेसर का आत्मा सुं वान्अ धरमी करार दे चुक्या।
फेरबी आपा या जाणा छा क कोई मनख मूसा का निमा न्अ मानबा की बजेसुं नही पण ईसु मसी मं बस्वास की बजेसुं धरमी मान्यो जाव्अ छ। अर जिसुंई आपा ईसु मसी को बस्वास कर्या छा। क्युं क मूसा का निमा न्अ मानबा सुं तो कोई बी मनख धर्मी कोन होव्अ।
तो आवो आपा सांचा मन सुं अर पूरा बस्वास की लार, मन का बरा बिचारा न्अ आंतरअ करबा बेई छांटो देर पवितर करार, काया न्अ पवितर पाणी सुं धुपार परमेसर क सांकड्अ जावां।
अर ज्यो वे भटक जाव्अ तो फेर वान्अ फेरू मन फरार परमेसर का गेल्ला मं पाछो ल्याबो कळ्डो छ। क्युं क वे परमेसर का छोरा न्अ फेर करूस माळ्अ चढ़ाव्अ छ, अर चोड़्अ-धाड़्अ बीको अपमान करअ छ।