अब आपा या जाण्अ छा क बेवस्था मं ज्योबी खियो गियो छ, वो वान्अ बताव्अ छ ज्यो बेवस्था म बन्धया छ। जिसुं हरेक मुण्ढा न्अ बन्द कर्यो जा सक्अ अर सबळो जगत परमेसर की सज्या जस्यान को बण्अ।
अर ज्यो आपणा बरा काम परमेसर की धार्मिकता न्अ साबित करअ छ तो म्हे कांई खेवां? कांई या क वो खुदका रोष आपा प परगट कर अन्याय करअ छ? म एक मनख की न्याई खुदकी बात खेर्यो छु।
पण वे सबळा मनख ज्यो मूसा का निमा न्अ मानबा मं डट्या रेव छ, वे तो कोई सराप म बंदया रेव्अ छ। सास्तर मं मण्ढरी छ क “अस्यो हरेक मनख सरापित छ ज्यो मूसा का निमा की पोथी मं मण्ढी हरेक बात न्अ पुरा मन सुं कोन मान्अ।”
पण सास्तर अस्यान खेव्अ छ, क यो सबळो संसार पाप की सक्ती को गुलाम छ। जिसुं वा प्रतिज्ञा ज्यो ईसु मसी प्अ अर परमेसर की प्रतिज्ञा प बस्वास करबाळा मनखा बेई पूरी हो जाव्अ।