फेर मनख को छोरो आयो। ज्यो दूसरा की न्याई ही खाव्अ-पिव्अ छ, पण लोग खेव्अ छ, ‘ई मनख न्अ देखो, यो पेटु छ, पियक्कड़ छ। यो चुंगी लेबाळा अर पाप्या को भायलो छ।’ पण परमेसर का ज्ञान प चालबाळा का करमा सुं परमेसर को ज्ञान साबित होव्अ छ।”
तो फेर ईको मतबल यो छ कांई क ज्यो चोखो छ वोई म्हारी मोत की बजे बण्यो? एकधम नही, पण पाप उं चोखी आज्ञा सुं म्हारअ बेई मोत की बजे जिसुं बण्यो क पाप न्अ पेचाण्यो जा सक्अ। जिसुं आज्ञा क जरिये वो पाप साउटो पाप बणग्यो।
पण ज्यो आपा ईसु मसी का गठजोड़ की बजेसुं धरमी बणायो जाबो चावां छा, अर आपा ही पाप्या की जस्यान मल्या, तो ईको मतबल यो कोन्अ कांई क मसी पाप न्अ बडाव्अ छ? एकधम कोन्अ या बात गलत छ।
वो ज्यो परमेसर का छोरा मं बस्वास करअ छ, वो खुदक्अ मायन्अ उंकी गुवाई न्अ रखाण्अ छ। परमेसर तो खियो छ क ज्यो उंप्अ बस्वास कोन करअ वो परमेसर न्अ झूंटो ठेराव्अ छ। क्युं क वो उं गुवाई को बस्वास कोन कर्यो, ज्यो परमेसर खुदका छोरा का बारा मं दियो छ।
पण आपान्अ तोल छ क परमेसर को छोरो आग्यो अर वो आपान्अ यो ज्ञान दियो छ क आपा उं परमेसर न्अ जाणल्या ज्यो सांचो छ। अर याबी क आपा उम्अ बण मेल्या छा ज्यो सांचो छ, क्युं क आपा उंका छोरा ईसु मसी मं पक्का छा। परम बाप ई सांचो परमेसर छ अर वोई सदामेस की जन्दगी छ।
“फिलादेलफिया का बस्वास्या की टोळी का सरगदूत न्अ या माण्ढ: वो ज्यो पवितर अर सांचो छ अर जी कन्अ राजा दाऊद का नगर की चाबी छ जीका खोल्या बाण्णा न्अ कोई बन्द कोन कर सक्अ, अर जीका बन्द करेड़ा बाण्णा न्अ कोई कोन खोल सक्अ। वो अस्यान खेव्अ छ क,