म थान्अ या बी याद दुवाबो चाऊ छु क ज्यो दूत खुदका ओहदा न्अ कोन्अ सम्भाळ सक्या, पण परमेसर का घर न्अ छोड़र भागग्या। आग की भट्टी मं न्याऊ होबा बेई, वान्अ न्याऊ का दन ताणी सदामेस का अन्धेरा मं बांधर रखाण मेल्या छ।
परमेसर एक ओर दन न्अ ठेरार बीन्अ आजको दन खेव्अ छ। घणादना पाछ्अ दाऊद सुं खुवायो, जस्यान पेली खीयो छो क, “थे परमेसर की आवाज न्अ आज सुणो तो, थांका मन न्अ कळ्डो मत करज्यो।”