6 बा पांच मेहना मं लोगबाग मोत हेरअला पण बान्अ मोत कोन मल्अली। वे मरबा बेई तरस्अला पण मौत बान्अ चकमो देर भाग जाव्अली।
फेर वे डुंगरा सुं खेवला “म्हाक्अ उपरअ पड़जावो अर डुंगर्या न्अ खेवला म्हान्अ ढक ल
वे डुंगर अर पटापड़ा सुं खेर्या छा, “म्हाक्अ माळ्अ पड़जावो अर वो ज्यो सिंहासन माळ्अ बेठ्यो छ उसुं अर बी उण्णेठा का रोस सुं म्हान्अ लुखाल्यो।