15 अस्यान च्यारू सरगदूता न्अ छोड़ दिया। वे उंई बगत बेई, उंई दन, उंई मिना अर उंई बरस बेई त्यार करर रांखेड़ा छा क वे सबळा मनखा मंसुं तीसरा हस्सा न्अ मार नाख्अ।
जद हजार बरस पूरा होव्अला तो सेतान न्अ केद मं सुं छोड़ दियो जाव्अलो।
तीसरो सरगदूत जद तुरी बजायो तो एक बड़ो तारो बळतो होया आम्बर सुं पड़ग्यो। यो तारो सबळी नंद्या अर झरणा का तीसरा हस्सा माळ्अ जा पड़यो।
पेलो सरगदूत जस्यानई तुरी बजायो, तो लोई मं मलेड़ा गड़ा अर आग पैदा होई अर बान्अ नीच्अ धरती माळ्अ उछाळ'र फका दिया। जिसुं धरती को तीसरो हस्सो बळर भसम होगो। रूंखड़ा को तीसरो हस्सो बळगो अर सबळो हर्यो चारो बळगो।
दूसरो सरगदूत तुरी बजायो तो जाण्अ आग को बळतो एक बड़ो डुंगर समून्दर मं फाक्यो गियो। जिसुं समून्दर को तीसरो हस्सो लोई बणग्यो।
अर समून्दर का जीवां को तीसरो हस्सो मरगो, अर एक तिहाई जाज खतम होग्या।
बांकी पूंछ बिच्छुआ जसी छी अर उम्अ डंक छा। अर वा कन्अ लोगबागा न्अ पांच मेहना ताणी दुख देबा की सक्ति छी।
यां तीन महामारया सुं मतबल वांका मूंडा सुं नखळबाळी आग, धुंआ अर तज्याप सुं सबळा मनखा को तीसरो हस्सो मरगो।
टिड्यां का टोळा न्अ लोगबागा न्अ ज्यान सुं मारबा की आज्ञा कोन छी पण पांच मेहना ताणी बान्अ पीड़ा पुचाबा की आज्ञा छी। ज्यो पीड़ा बान्अ दी जारी छी बा अस्यान की छी जस्यान बिच्छु का डंक सुं कोई न्अ होव्अ छ।