14 छठा सरगदूत न्अ ज्यो तुरी लेमेल्यो छो, बा आवाज बोली, “बा च्यारू सरगदूता न्अ छोड़द्अ ज्यो महान नन्दी फरात क सांकड़्अ बन्धेड़ा छ।”
फेर छठो सरगदूत बीको कटोरो फरात नांऊ की बड़ी नन्दी माळ्अ उन्दा दियो अर बीको पाणी सूखगो। जिसुं अगूणी ओड़ी का राजा क ताणी गेल्लो त्यार होगो।
ईक्अ पाछ्अ म धरती का च्यारू कुणा प च्यार सरगदूता न्अ उबा देख्यो। वे धरती की च्यारू बाळ न्अ रोक मेल्या छा जिसुं क धरती माळ्अ, सागर माळ्अ या फेर रूंखड़ा माळ्अ बाळ कोन चाल्अ।
फेर म एक ओर सरगदूत न्अ अगूणी ओड़ी सुं आतो देख्यो। वो जिन्दा परमेसर की मोहर ले मेल्यो छो अर बा च्यारू सरगदूता सुं ज्यांन्अ धरती अर आम्बर न्अ नास करबा को अधिकार दियो गियो छो, वो जोरसुं हाक्को पाड़र खेर्यो छो,
फेर म परमेसर क साम्अ उबा रेबाळा सात सरगदूता न्अ देख्यो। बान्अ सात तुरयां दी गई।
फेर वे सरगदूत, ज्यांकन्अ सात तुरयां छी, वे बान्अ बजाबा क ताणी त्यार होगा।
अस्यान च्यारू सरगदूता न्अ छोड़ दिया। वे उंई बगत बेई, उंई दन, उंई मिना अर उंई बरस बेई त्यार करर रांखेड़ा छा क वे सबळा मनखा मंसुं तीसरा हस्सा न्अ मार नाख्अ।