9 अर समून्दर का जीवां को तीसरो हस्सो मरगो, अर एक तिहाई जाज खतम होग्या।
बीकी पूंछ आम्बर का सबळा तारा का तीसरा हस्सा न्अ खींचर नीच्अ पटक दी। बा लुगाई ज्यो जणबाळी छी, वो अजगर बीक्अ साम्अ जार ऊबो होगो जिसुं क बा जस्यानई बाळक न्अ जण्अ वो बी बाळक न्अ नंगल जाव्अ।
ईक्अ पाछ्अ दूसरो सरगदूत बीको कटोरो सागर माळ्अ उन्दा दियो अर सागर को पाणी मरेड़ा लोगबागा का लोई की जस्यान बदलग्यो अर सागर मं रेबाळा सबळा जीव मरगा।
तीसरो सरगदूत जद तुरी बजायो तो एक बड़ो तारो बळतो होया आम्बर सुं पड़ग्यो। यो तारो सबळी नंद्या अर झरणा का तीसरा हस्सा माळ्अ जा पड़यो।
जद चोथो सरगदूत तुरी बजायो तो सूरज का तीसरा हस्सा, अर चांद का तीसरा हस्सा अर सबळा तारा का तीसरा हस्सा माळ्अ बिपदा आगी। ई बजेसुं वांको तीसरो हस्सो काळो पड़ग्यो। ई बजेसुं दन को तीसरो हस्सो अर रात को तीसरो हस्सो अंधेरा मं डुबग्यो।
पेलो सरगदूत जस्यानई तुरी बजायो, तो लोई मं मलेड़ा गड़ा अर आग पैदा होई अर बान्अ नीच्अ धरती माळ्अ उछाळ'र फका दिया। जिसुं धरती को तीसरो हस्सो बळर भसम होगो। रूंखड़ा को तीसरो हस्सो बळगो अर सबळो हर्यो चारो बळगो।
अस्यान च्यारू सरगदूता न्अ छोड़ दिया। वे उंई बगत बेई, उंई दन, उंई मिना अर उंई बरस बेई त्यार करर रांखेड़ा छा क वे सबळा मनखा मंसुं तीसरा हस्सा न्अ मार नाख्अ।
यां तीन महामारया सुं मतबल वांका मूंडा सुं नखळबाळी आग, धुंआ अर तज्याप सुं सबळा मनखा को तीसरो हस्सो मरगो।