11 ई तारा को नांऊ नागदोना छो क्युं क यो सबळा पाणी मंसुं तीसरा हस्सा न्अ कड़ोजेर कर दियो। अर ई पाणी न्अ पीबा सुं घणासारा लोगबाग मरगा क्युं क पाणी कड़ोजेर छो।
अर ध्यान सुं देखता रेवो क कोई परमेसर की दीया सुं कोन चूक जाव्अ। अर कोई कढी जड़ फूटर दुख देबा लागजाव्अ। अर कढ्अ बीसुं घणासारा लोगबाग असुद्ध हो जाव्अ।
बीकी पूंछ आम्बर का सबळा तारा का तीसरा हस्सा न्अ खींचर नीच्अ पटक दी। बा लुगाई ज्यो जणबाळी छी, वो अजगर बीक्अ साम्अ जार ऊबो होगो जिसुं क बा जस्यानई बाळक न्अ जण्अ वो बी बाळक न्अ नंगल जाव्अ।
पेलो सरगदूत जस्यानई तुरी बजायो, तो लोई मं मलेड़ा गड़ा अर आग पैदा होई अर बान्अ नीच्अ धरती माळ्अ उछाळ'र फका दिया। जिसुं धरती को तीसरो हस्सो बळर भसम होगो। रूंखड़ा को तीसरो हस्सो बळगो अर सबळो हर्यो चारो बळगो।
अस्यान च्यारू सरगदूता न्अ छोड़ दिया। वे उंई बगत बेई, उंई दन, उंई मिना अर उंई बरस बेई त्यार करर रांखेड़ा छा क वे सबळा मनखा मंसुं तीसरा हस्सा न्अ मार नाख्अ।
यां तीन महामारया सुं मतबल वांका मूंडा सुं नखळबाळी आग, धुंआ अर तज्याप सुं सबळा मनखा को तीसरो हस्सो मरगो।