म्हारा प्यारा भायलाओ, थे खुदकोई सुं बी बदलो मतल्यो। पण परमेसर का रोषा न्अ मोको द्यो। क्युं क सास्तर मं मण्ढर्यो छ, “परबु खियो छ बदलो लेबो म्हारो काम छ। म फळ देऊलो।”
ई नगरी न्अ सजा जिसुं मली छ क्युं क परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा को अर परमेसर का लोगबागा को अर धरती प्अ मारया गिया सबळा लोगबागा का लोई को यो नगर जुम्मेवार छो।
“फिलादेलफिया का बस्वास्या की टोळी का सरगदूत न्अ या माण्ढ: वो ज्यो पवितर अर सांचो छ अर जी कन्अ राजा दाऊद का नगर की चाबी छ जीका खोल्या बाण्णा न्अ कोई बन्द कोन कर सक्अ, अर जीका बन्द करेड़ा बाण्णा न्अ कोई कोन खोल सक्अ। वो अस्यान खेव्अ छ क,