वे परमेसर का सेवक मूसा अर उण्णेठा को यो गीत गारया छा, “बे काम ज्यांन्अ तु करअ छ, महान छ। थारा काम अचम्बा का अर थारी सक्ति सदामेस की छ, हे परमप्रधान परबु परमेसर, थारा गेल्ला सांच अर धरम सुं भरेड़ा छ, सबळी जात्या का राजा,
फेर म सुण्यो क सरग की, धरती माळ्अ की, पताळ की, समून्दर की, सारी रचना; हां, बी सबळा ब्रह्माण्ड का हर जीव खेर्या छा, “ज्यो सिंहासन माळ्अ बेठ्यो छ उंकी अर उण्णेठा की बढ़ाई, आदरमान, महमा अर पराक्रम जुग-जुग रेव्अ।”
म देख्यो क उण्णेठो सात मोहरां मं सुं एक न्अ तोड़ दियो। उंई बगत म बा च्यारू जीवता जीवां मं सुं एक न्अ बादळो गाजबा की जस्यान आवाज मं खेतो सुंण्यो, “आजा।”