प्रकासित वाक्य 3:4 - चोखो समचार (ढुंढाड़ी नया नियम)
4 चाये कांई बी हो सरदीस मं थारअ कन्अ थोड़ासाक लोगबाग अस्यान का छ ज्यो अपणा-आपन्अ पवितर रांख मेल्या छ। वे धोळा लत्ता पेर'र म्हारी लार फरअला क्युं क वे ईक्अ लायक छ।
बा आवाज या खेरी छी क, “तु ज्यो देखर्यो छ, बीन्अ एक कताब मं मांडतो जा अर फेर बीन्अ इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया अर लौदीकिया की सातू बस्वास्या की टोळ्यां कन्अ खन्दा दे।”
उंई बगत एक बड़ो भुकम्प आयो अर नगर को दसवो हस्सो ढसगो। बी भुकम्प सुं सात हजार लोगबाग मरग्या। अर ज्यो मरबा सुं बचग्या वे डरपर सरग का परमेसर की महमा की बड़ाई करबा लागग्या।
ज्यो जीत्अलो वो अस्यान'ई धोळा लत्ता पेरअलो। म जन्दगी की कताब सुं बीको नांऊ कोन मेटुलो, पण म बीका नांऊ न्अ परम बाप अर बीका सरगदूता क सांम्अ मान लेऊलो क वे म्हारा छ।
ईक्अ पाछ्अ म देख्यो क एक घणीसारी जळा उबी छी, जिकी गणती कोई कोन कर सक्अ छो। ई जळा मं हर जाति का, हर वंस का, हर कुणबा का अर हर भाषा का लोगबाग उबा छा। वे बी सिंहासन अर बी उण्णेठा क आग्अ उबा छा। वे धोळा लत्ता पेर मेल्या छा अर वांका हाथा मं खजूर की डाळ्यां ले मेल्या छा।