अब जीत को मुकुट म्हारी बाठनाळर्यो छ। उं दन सांचो न्याऊ करबाळो परबु मन्अ जीत को मुकुट फरावलो। मन्अ ई नही पण वां सबळा न्अ बी ज्यो परेम सुं उंका आबाकी बाठनाळरया छ।
म या जाणुं छु तु कढ्अ रेव्अ छ। तु सेतान का सिंहासन की ठार प रेव्अ छ अर म जाणू छु क तु म्हारा नांऊ न्अ थाम मेल्यो छ अर तु म्हारअ माळ्अ बस्वास को कद्या बी अन्कार कोन कर्यो। थांका बी नगर मं ज्यो सेतान का रेबा की ठार छ, म्हारो बस्वास क लायक अन्तिपास मार्यो गियो छो।