वान्अ कुरेन देस को रेबाळो सिमौन नांऊ को एक मनख, गेल्ला म मलयो। वो गांव सुं नगर म आर्यो छो। वो सिकन्दर अर रुफुस को बाप छो। सपाई उन्अ डरपार जोरी कर्या क, वो ईसु की सुळी न्अ उठा'र ले चाल्अ।
अर म्हे दूसरा का कर्या काम की स्याबासी कोन लेवां। पण म्हान्अ आस छ क परमेसर की हद मं जस्यान-जस्यान थांको बस्वास बढ़तो जाव्अलो वस्यान ई थांक्अ मायन्अ म्हाको काम बी बढ्अलो।
वेई मसी का दास छ कांई? म तो बावळ्या की जस्यान खेऊ छु क म वासुं बी बढ़र मसी को दास छु! म वासुं साउटी मेनत कर्यो छु, केई बार केद म गियो छु, घणीबेर सोट्टा खायो छु अर बार-बार मोत को सामनो कर्यो छु।
ई बजेसुं जद गुवा की अतरी बड़ी जळा आपण्अ च्यारूमेर छ, तो आओ हरेक रोकबाळी चीज अर फसाबाळा पाप न्अ आंतरअ करर बी दोड़ न्अ जिम्अ आपान्अ भागणो छ सेन करता होया भागा।
म यूहन्ना थांको भाई छु, ईसु का कळेस, अर राज अर दुख-भोगबा मं सहनसील सीरी रेताहोया थांको गुवा छु। मन्अ परमेसर को बचन परचार करबा की बजेसुं अर ईसु की गुवाई की बजेसुं पतमुस नांऊ का टापू माळ्अ देस नखाळो देर पुचायो गियो छो।