5 क्युं क बीका पाप को ढेर घणो ऊंचो छ। परमेसर बीका बरा कामा न्अ याद कर्यो छ।
जिसुं बी बड़ी नगरी का तीन हस्सा होगा अर अधर्मया को नगर ढसगो। परमेसर बाबुल की बड़ी नगरी न्अ डण्ड देबा बेई याद कर्यो छो। जिसुं क वो बीका रोष सुं भभकतो कटोरो बीन्अ देव्अ।