थे थांकी जन्दगी न्अ मसी का चोखा समचार की सीख की जस्यान जीओ। जिसुं म थांका बारा मं यो सुण सकुं क थे एक मन सुं अर एक मकसद सुं मजबूत होर चोखा समचार का बस्वास ताणी बाथेड़ो करर्या छो। चाये म थांक्अ सांकड्अ आंउ या कोन्अ आंउ।
वे उण्णेठा सुं लड़ाई करअला पण उण्णेठो बीका टाळेड़ा अर बस्वास क लायक बस्वास्या की लार बान्अ हरा देव्अलो। क्युं क वो सबळा राजा को राजो अर मालिका को बी मालिक छ।”
परमेसर खुदको मकसद पूरो कराबा क्अ ताणी बां सबन्अ एक कर्यो छ, वांका मन मं या बात बेठाई गई छ क वे जद ताणी परमेसर को बचन पूरो कोन हो जाव्अ, जद ताणी खुदको राज करबा को अधिकार बी ड़रावणा ज्यानबर न्अ सुंप देव्अ।