8 बीक्अ पाछ्अ एक ओर सरगदूत आयो अर बोल्यो, “पड़गी!, पड़गी! बड़ो बेबीलोन नगरी पड़गी। बा सबळी जात्या न्अ खुदका व्यभिचार सुं पैदा होयेड़ी कामवासना सुं भरी दारू पाई छी।”
बांकी लास बी बड़ा नगर का चोक मं पड़ी रेव्अली, जण्ढ्अ वांका परबु न्अ बी करूस माळ्अ चढ़ाया छा। अर यो नगर बराई मं सदोम या मिसर की बराबर छ।
जिसुं बी बड़ी नगरी का तीन हस्सा होगा अर अधर्मया को नगर ढसगो। परमेसर बाबुल की बड़ी नगरी न्अ डण्ड देबा बेई याद कर्यो छो। जिसुं क वो बीका रोष सुं भभकतो कटोरो बीन्अ देव्अ।
बा लुगाई जीन्अ तु देख्यो छ महानगरी छी ज्यो धरती का सबळा राजा माळ्अ राज करअ छ।”
क्युं क बीको न्याऊ सांचो अर सई छ, वो बी वेस्या को न्याऊ कर्यो छ, ज्यो ई संसार न्अ खुदका व्यभिचार सुं बगाड़ दी। परमेसर का लोगबागा न्अ मारबा की बजेसुं परमेसर बीन्अ सजा दियो छ।”