प्रकासित वाक्य 14:4 - चोखो समचार (ढुंढाड़ी नया नियम)4 वे अस्यान का लोगबाग छा ज्यांको कोई लुगाई सुं रिस्तो कोन छो, क्युं क वे एकधम कुंवारा छा। जड़्अ उण्णेठो जाव्अ छो वे बीक्अ पाछ्अ चाल्अ छा। सबळा मनखा मं सुं बान्अ मोल लेर छुड़ा लिया छा। वे परमेसर अर उण्णेठा क ताणी रास का पेला फळ छा। Faic an caibideil |