5 बा एक छोरो जणी ज्यो लोया को राजदण्ड लेर सबळी जात्या माळ्अ राज करबाळो छो। पण बी बाळक न्अ झठदाणी उठा'र परमेसर अर बीका सिंहासन क साम्अ ले जायो गियो।
पण ज्दया ताणी वा छोरा न्अ कोन्अ जणी, वो उकन्अ कोन्अ गियो। यूसुफ छोरा को नांऊ ईसु रखाण्यो।
जद्या परबु ईसु चेला सुं अस्यान बतळा लियो तो उन्अ सरग म उठालिया। वो परमेसर की जीवणी-बगल म बेठग्यो।
चौदा बरस पेली सुं एक मनख न्अ जाणु छु ज्यो मसी म छ उन्अ तीसरा सरग ताणी उठालिया छा। पण म कोन जाणूं उन्अ काया मं उठाया छा या फेर आत्मा मं या तो परमेसर'ई जाण्अ।
म जाणूं छु उं मनख न्अ सरग म उठायो गियो उण्डअ वो अस्यान की बाता सुण्यो ज्यांन्अ कोन बोल्यो जा सक्अ वे अस्यान की बाता छ ज्यान बोलबो मनखा का बसम्अ कोन्अ।
फेर वे दोनी गुवा जोरसुं एक आकासवाणी सुण्या क, “अण्डअ उपरअ आजावो।” अस्यान वे वांका बिरोध्या क देखता होया बादळा मं होर उपरअ चलग्या।
जद वो बड़ो अजगर देख्यो क बीन्अ धरती माळ्अ धक्को देर पटक दिया तो वो छोरा न्अ जणबाळी लुगाई को पाछ्यो करबा लागगो।
बा पेटसुं छी। अर बा जणबाळी छी जिसुं बा पीड़ा मं बळ्ळारी छी।
जाति-जाति न्अ मारबा क्अ ताणी बीका मूंडा सुं एक तलवार नखळरी छी। वो लोया का डण्डा सुं राज करअलो अर सर्वसक्तिमान परमेसर का भयानक रोष की दारू का कुण्ड मं अंगूरा न्अ दूंच्अलो।