उं बगत मनख का छोरा का आबा का नसाण आम्बर मं दिख्अला। ज्दया धरती प सबळी जात्या का मनख रोव्अला अर वे मनख का छोरा न्अ सक्ती अर महमा की लार सरग सुं बादळा मं आतो देख्अला।
लाड़ो वोई छ जिन्अ लाड़ी मल्अ छ। पण लाड़ा को भायलो ज्यो उंकी आवभगत मं उबो रेव्अ छ जद्या वो लाड़ा की आवाज सुणअ छ तो घणो राजी होव्अ छ। म्हारी याई खुसी अब पूरी होई छ।
क्युं क जस्यान परमेसर थांकी चन्ता करअ छ वस्यानई म बी थांकी चन्ता करू छु अर थे पवितर कुंवारी छोरी की जस्यान छो ज्यांको बियाव म मसी की लार करबा को करार कर्यो छु।
ज्यो सात तारा तु म्हारा हाथ मं देख्यो छ, अर ज्यो सात दीया मेलबा का बरतन छ, वांको मतबल यो छ क, ये सात तारा सात बस्वास्या की टोळी का सरगदूत छ, अर दीया मेलबा का सात बरतन बस्वास्या की सात टोळ्यां छ।”
फेर परमेसर को मन्दर ज्यो सरग मं छ खोल्यो गियो अर उण्डअ करार की सन्दूक दीखी। फेर बिजळी चमकबा लागगी, उंका कड़कबा की आवाज, बादळा का गाजबा की आवाज अर भूकम्प आबा लागगो अर मोटा-मोटा गड़ा पड़बा लागगा।
फेर सरग मं एक ओर जोरको अचम्बा को नसाण दिख्यो। मन्अ सात सरगदूत सात महामारया लिएड़ा दिख्या। ये आखरी महाविनास छ, क्युं क यांक्अ पाछ्अ परमेसर को रोष बी ठण्डो हो जाव्अ छ।