16 अर उंई बगत परमेसर क साम्अ सिंहासन माळ्अ बेठेड़ा चोबीस बड़ाबूड़ा परमेसर क ढोक देर आराधना करबा लागगा,
ईसु वान्अ खियो, “म थान्अ सांची खेऊ छु क ज्दया मनख को छोरो नया संसार मं महमा का सिंहासन प बेठ्अलो तो, थे ज्यो म्हारअ पाछ्अ होया छो बारा सिंहासन प बेठर इजरायल का बारा गोतां को न्याऊ करअला।
फेर चौबीसुं बड़ाबूड़ा अर च्यारू जीवता जीव सिंहासन माळ्अ बेठ्या परमेसर क्अ ढोक देर बीकी आराधना करता होया खेबा लाग्या “परमेसर की जै हो! आमीन!”
वे चौबीसुं बड़ाबूड़ा बी जुग-जुग जिन्दा रेबाळा क पगा मं पड़गा। वे सिंहासन क साम्अ आप आपका मुकुट मेलर खेर्या छा,
बी सिंहासन क च्यारूमेर चौबीस सिंहासन ओर छा, ज्यां माळ्अ चौबीस बड़ाबूड़ा बेठ्या छा। वे धोळा लत्ता पेर मेल्या छा। वांका माथा माळ्अ सोना का मुकुट छा।
फेर वे च्यारू जीवता जीव “आमीन” बोल्या अर बड़ाबूड़ा ढंढोज करर आराधना कर्या।
सबळा सरगदूत उं सिंहासन, बड़ाबूड़ा अर बा च्यारू जीवता जीवां क च्यारूमेर उबा छ। फेर सिंहासन क साम्अ ढंढोज करर वे सरगदूत परमेसर की आराधना कर्या।