वो कमजोरी म छो तो वो सुळी प मर्यो पण वो परमेसर की सक्ति सुं जिन्दो छ। अर उंका गठजोड़ मं म्हे बी तो कमजोर छा पण थांका भला बेई परमेसर की सक्ति की बजेसुं उंकी लार जीव्अला।
इसुंई म अब आग्अ जीवतो कोन्अ पण मसी म्हारअ माईन्अ जीवतो छ। तो ई काया मं अब म ज्यो जन्दगी जीर्यो छु वा तो बस्वास प टकी छ। परमेसर का बी छोरा क बेई बस्वास प ज्यो मंसुं परेम कर्यो अर म्हारअ बेई जन्दगी दियो छ।
वो छोरो परमेसर की महमा को उजाळो अर बीकाई सुभाव को छ। अर सबळी चीजान्अ खुदका जोरका बचन सुं संभाळ मेल्यो छ। वो पापा न्अ माफ करर सरग मं सर्वसक्तिमान की जीवणी ओड़ी जा बेठ्यो।
अर बस्वास का मालिक अर बस्वास न्अ सिद्ध करबाळा ईसु की ओर न्हाळता रेवां। ज्योबी खुसी क ताणी ज्यो बीक्अ आग्अ मली छ लाज की कांई बी परवा कर्या बना करूस को दुख सह लियो। अर सिंहासन माळ्अ परमेसर की जीवणी-बगल जा बेठ्यो।
अर ज्यो जुग-जुग जीवतो छ, ज्यो धरती अर आम्बर की सबळी चीजान्अ, धरती अर धरती माळ्अ की अर सागर अर ज्योबी बीम्अ छ, बा सबकी रचना कर्यो छ, बी परमेसर की सोगन खार वो सरगदूत खियो, “अब और साउटी बार कोन लाग्अली।
“फिलादेलफिया का बस्वास्या की टोळी का सरगदूत न्अ या माण्ढ: वो ज्यो पवितर अर सांचो छ अर जी कन्अ राजा दाऊद का नगर की चाबी छ जीका खोल्या बाण्णा न्अ कोई बन्द कोन कर सक्अ, अर जीका बन्द करेड़ा बाण्णा न्अ कोई कोन खोल सक्अ। वो अस्यान खेव्अ छ क,
जद म देख्यो तो म्हारअ साम्अ हार्यो दूबळो हळका पिळा रंग को एक घोड़ो ऊबो छो। बीक्अ माळ्अ बेठ्या सवार को नांऊ “मोत” छो अर बीक्अ अड़र नरक चालर्यो छो। धरती का चोथाई हस्सा माळ्अ बान्अ यो अधिकार दियो गियो छ क युद्ध, काळ, महामारी अर धरती का फाड़खाऊ ज्यानबरा सुं वे लोगबागा न्अ मार नाख्अ।