22 परमेसर का सबळा पवितर मनख खासतोर सुं रोम का महाराजा का महल मं काम करबाळा थान्अ नमस्कार करअ छ।
तु खुदका भाई-बन्धा कोई सुवागत करअ तो तु दूसरा सुं सावटो कांई करर्यो छ? पापी मनख अस्यान कोन्अ करअ कांई?
वे ई बात सुं सावटा दुखी छा क, वो बान्अ खियो छो क वे बीको मुण्डो फेर कद्या बी कोन्अ देख्अला जिसुं वे सबळा मनख घणा दुखी छा। अर वे उंकी लारा जाज ताणी गिया।
हनन्याह जुवाब दियो, “परबु म ई मनख का बारा म घणा मनखा सुं सुणयो छु यरूसलेम मं बस्वासी मनखा की लेरअ ज्यो बरी बाता कर्यो छ वे सब म सुण्यो छु।
थे सबळा गळ्अ मलर एक-दूसरा न्अ नमस्कार करो। थान्अ मसी की सबळी टोळ्यां की ओड़ी सुं नमस्कार।
परबु ईसु मसी की दिया अर परमेसर को परेम अर पवितर-आत्मा को साथ थां सबळा की लार होतो रेव्अ।
अर रोमी राज महल का सबळा चोकीदारां अर दूसरा मनखा न्अ यो पतो पड़ग्यो क मसी को चेलो होबा की बजे सुंई म जैळ मं छु।
थांका सबळा मुखिया अर परमेसर का लोगां न्अ जै मसी की खिज्यो। ईटलीयाळा थान्अ जै मसी की खेव्अ छ।
बेबीलोन की टोळी ज्यो थांकी जस्यान टाळेड़ी छ, वे अर मसी मं म्हारो छोरो मरकुस थान्अ नमस्कार खेव्अ छ।
पण मन्अ तो आसा छ क म थासुं बेगोई मलुंलो। जद्या आपा आम्अ-साम्अ बतळाव्अला।