यूहन्ना बतिस्मा देबाळो आयो जद्या ताणी मूसा की बेवस्था अर परमेसर की ओड़ी सुं बोलबाळा की पोथ्या की साऊटी मान्अ छा। बीक्अ पाछ्अ परमेसर का राज को चोखो समचार फेलायो जार्यो छ अर हर कोई बीम्अ घणाजोर सुं खच्यो आर्यो छ।
देखो कोई मनख ज्यो दखावा का काम सुं या फेर सरगदूता की पूजापाठ सुं थान्अ थांका फळ न्अ पाबा सुं आंतरअ कोन करदे। अस्यानको मनख सदाई अस्यान का दर्साव का झूंट बोलतो रेव्अ छ अर खुदकी संसार की सोच की बजेसुं झूंटा घमण्ड सुं भर्यो रेव्अ छ।