लाड़ो वोई छ जिन्अ लाड़ी मल्अ छ। पण लाड़ा को भायलो ज्यो उंकी आवभगत मं उबो रेव्अ छ जद्या वो लाड़ा की आवाज सुणअ छ तो घणो राजी होव्अ छ। म्हारी याई खुसी अब पूरी होई छ।
क्युं क काया का रुप सुं तो म थां कन्अ कोन्अ पण फेरबी आत्मा का रुप सुं म थां कन्अ छु। म थांकी जन्दगी का तरीका अर मसी मं थांका बस्वास की मजबुती न्अ देखर राजी छु।