5 वाका अतरा बस्वास न्अ देखर ईसु लकवा का बेमार न्अ खियो, “बेटा!, थारा पाप छमा होग्या।”
लोगबाग एक लकवा का बेमार न्अ खाट मं पटकर उं कन्अ ल्याया। ईसु ज्दया वांका बस्वास न्अ देख्यो तो उं लकवा का बेमार न्अ खियो, “बेटा, हिम्मत रखाण! थारा पाप छमा होगा।”
ईसु उंकाड़ी मुड़र खियो, “बेटी हिम्मत रांख। थारो बस्वास थन्अ नीका कर दियो।” अर वा बेरबानी उं घड़ी नीका होगी।
साऊटो सीधो कांई छ? या खेबो क ‘थारा पाप छमा होया’ या यो खेबो ‘क ऊबो होर चाल द्अ’
उं बगत उण्डअ मूसा का निम न्अ सखाबाळा बी बेठ्या छा। वे अपणा-अपणा मन मं बच्यार करर्या छा क
फेर ईसु उन्अ खियो, “बेटी, थारो बस्वास थन्अ बचायो छ। चेनसुं जा अर खुदकी बिमारी सुं बची रे।”
वांका बस्वास न्अ देखर ईसु वान्अ खियो, “भाई, थारा पाप छमा होग्या।”
जद्या ईसु बीन्अ खियो, “बेटी थारा बस्वास सुं तु नीका हेगी चेनसुं जा।”
उन्अ ई बात की कोई जुरत कोन छी क कोई आर उन्अ लोगबागा बेई बताव्अ, क्युं क लोगबागा का मन मं कांई छ, उन्अ वो जाण्अ छो।
उंक्अ पाछ्अ ईसु उं मनख न्अ मन्दर मं देख्यो अर खियो, “देख, अब तु नीका छ, जिसुं पाप करबो बन्द कर द्अ। नही तो ओर बड़ो दुख थारअ उपरअ आ सक्अ छ।” फेर वो मनख चलग्यो।
जद्या बरनबास उण्डअ पुच्यो अर परमेसर की दीया न्अ देख्यो तो घणो राजी होयो अर सबळा न्अ तन-मन सुं बिस्वासहाळा होर परबु मं बण्या रेबा बेई समझायो।
यो मनख पौलुस न्अ बतळातो सुण्यो छो। पौलुस बीक्अ उपरअ नंगा कर्यो अर पायो क उम्अ नीका होबा को बस्वास छ।
परमेसर बीन्अ ई राजो अर उद्धार करबाळा को मान देर खुदकी जीवणी-बगल मं बठाण्यो छ क इजरायल्या का मनख खुदका मन न्अ बदलर परमेसर क कन्अ आ सक्अ अर वो बाका पापा न्अ छमा कर सक्अ।”
अर ई बजे सुंई थाम्अ सुं घणा तो कमजोर छ, रोगला छ अर थोड़ाघणा मरबीग्या।
पण ज्यो थे कोई न्अ कसी बी बात बेई माफ करो छो तो म बी उन्अ माफ करू छु। अर ज्यो कांई न्अ बी म माफ करू छु वो मसी क साम्अ थांक्अ बेई ई करू छु।
परमेसर बीकी दीया सुं अर थांका बस्वास की बजेसुं थान्अ बचायो छ। यो तो परमेसर को बरदान छ। यो थांका करमा को फळ कोन्अ क थे ई बात सुं घमण्ड कर सको।
एक-दूसरा न्अ सेन करल्यो अर कोई का बारा मं ओळमो होवे तो बिन्अ छमा करद्यो। जस्यान परबु थान्अ छमा कर्यो छ, वस्यानई थान्अ बी छमा करणी चायजे।
अर बस्वास की परातना सुं बिमार नीका हो जाव्अलो, अर परबु बीन्अ नीका करर ऊबो कर देव्अलो, अर वो ज्यो पाप कर्यो होव्अ, तो वे छमा हो जाव्अला।