8 घणासारा मनख वांका लत्ता अर घणा मनख खेता मंसुं खजूरां की डाळ्यां काटर ईसु को सुवागत करबा बेई गेल्ला म बछा दिया।
जळा मं सुं घणा मनख खुदका लत्ता न्अ गेल्ला मं बछा दिया अर दूसरा मनख रूंखड़ा की डाळ्यां काट ल्याया अर गेल्ला मं बछा दिया।
वे गद्दी का बछेरा न्अ ईसु क सांकड्अ लीयाया। वे उंक्अ उपरअ वांका लत्ता पटक दिया। अर फेर ईसु उंक्अ उपरअ बेठग्यो।
वे मनख ज्यो आग्अ छा अर वे मनख ज्यो पाछ्अ छा, जैकारा लगारया छा, “हौसन्ना! परबु परमेसर की जै हो! वो धनै छ ज्यो परबु परमेसर का नांऊ सुं आर्यो छ!