3 ईसु वाम्अ सुं एक नावड़ा मं चढ़ग्यो ज्यो समौन को छो, अर वो नावड़ा न्अ तीर सुं थोड़ोसोक आंतरअ लेबा बेई खियो। फेर वो नावड़ा मं बेठग्यो अर उण्डअ सुंई जळा न्अ परबचन सुणाबा लागग्यो।
ज्दया ईसु गलील की झील क सांकड्अ सुं जार्यो छो तो वो दो भाया न्अ देख्यो। समौन ज्यो पतरस खुवायो वो अर उंको भाई अंद्रियास। वे झील मं खुदका ज्याळ लगारया छा। वे मछ्या पकड़बाळा छा।
ईसु घणा मनखा न्अ नीका कर्यो छो ई बजेसुं वे मनख ज्यो रोगला छा उंक्अ हाथ लगाबा बेई उंकी ओड़ी उसर्र आर्या छा।
उं जळा की बजेसुं वो चेला न्अ खियो क वे उंक्अ बेई एक छोटो नावड़ो त्यार रखाण्अ जिसुं जळा वान्अ कोन्अ दाब सक्अ।
जद्या वो झील की तीर प उबा दो नावड़ा देख्यो। मछ्या पकड़बाळा वाम्अ सुं उतर'र ज्याळ धोर्या छा।
अर तड़क्अ सुंवारअ बेगो मन्दर मं आयो अर सबळा लोगबाग बीक्अ सांकड्अ आया। अर वो तळ्अ बेठर बान्अ सखाबा लागगो।