3 तो सेतान उन्अ खियो, “ज्यो तु परमेसर को छोरो छ तो ई भाटा न्अ रोटी बणबा बेई खे।”
तो उन्अ परखबाळो उंक्अ सांकड्अ आर खियो, “तु परमेसर को छोरो छ तो या भाटा न्अ खे क रोठ्या बणजाव्अ।”
अर पवितर-आत्मा एक कबुतर की न्याई की काया म होर उंक्अ उपरअ उतर्यो। अर आकासवाणी होई, “तु म्हारो लाड़लो छोरो छ मं तसुं राजी छु।”
उण्डअ सेतान चाळीस दन ताणी उंकी परक्ष्या लेब्अ कर्यो। वा दना मं ईसु बना खाया-पीया रियो। फेर जद्या वा बगत पूरी होई तो ईसु न्अ घणाजोर की भूख लागी।
जद्या ईसु उन्अ खियो, “पवितर सास्तर मं मण्ढर्यो छ क मनख खाली रोटी सुं कोन जीव्अ।”