1 पवितर-आत्मा सुं भरर ईसु यरदन नन्दी की तीर सुं पाछो आयो। अर आत्मा उन्अ राड़ी म लेग्यो।
अर फेर ईसु बतिस्मो ले लियो तो जस्यानई वो पाणी क बारअ नखळ्यो तो, आम्बर खुलग्यो। वो परमेसर का आत्मा न्अ कबुतर की नाई तळ्अ उतरतो अर खुदक्अ उपरअ आतो देख्यो।
वो आत्मा की सीख पार मन्दर म आयो अर जद्या बेवस्था की ज्यान काम करबा बेई बाळक ईसु न्अ उंका माई-बाप मन्दर म लेर आया।
जिसुं यरदन नन्दी क सांकड्अ की सबळी ठार मं फर-फरर वो पापा की छमा बेई मन बदलबा का बतिस्मा को परचार करबा लागग्यो।
केनान एनोस को, एनोस सेत को, सेत आदम को, अर आदम परमेसर को छोरो छो।
फेर आत्मा की सक्ति सुं भरर ईसु गलील म पाछो आयो अर सबळा परदेस म उंकी बाता फेलबा लागगी।
“परबु को आत्मो म्हारअ उपरअ छ क्युं क वो मन्अ थरप्यो छ क मं गरीबा न्अ चोखो समचार सुणाऊ, वो मन्अ खन्दायो छ क मं बन्दया न्अ आजादी को अर आन्धा न्अ यो संदेसो द्यु क वे फेर आंख्या सुं देख्अला। निची ज्यात का न्अ छुड़ाबा
फेर यूहन्ना या गुवाई दियो, “म आम्बर सुं कबुतर की न्याई आत्मा न्अ ईप्अ उतरतो देख्यो छु।
क्युं क वो, जिन्अ परमेसर खन्दायो छ, परमेसर की ही बाता खेव्अ छ। क्युं क परमेसर उन्अ आत्मा का दान सुं भर्यो पूरो कर्यो छ।
थे नासरी ईसु का बारा मं जाणो छो क परमेसर पवितर-आत्मा अर सामर्थ सुं बीको अभिषेक कस्यान कर्यो छो अर चोखा काम करता होया अर ज्यो सेतान का बसम्अ छा बा सबळा न्अ नीका करता होया वो च्यारूमेर कस्यान फरअ छो। क्युं क परमेसर उंकी लेरअ छो,
अर फेर जद्या वे पाणी सुं बारे नखळ्या तो फिलिप्पुस न्अ परबु की आत्मा उठा'र ओठ्ठी लेगी अर वो खोजा बीन्अ कोन्अ देख्यो। अर खोजा मोज मनातो होया आग्अ चलग्यो।