3 जिसुं यरदन नन्दी क सांकड्अ की सबळी ठार मं फर-फरर वो पापा की छमा बेई मन बदलबा का बतिस्मा को परचार करबा लागग्यो।
“म थान्अ थांका मन फराबा बेई पाणी सुं बतिस्मो देऊ छु पण वो ज्यो म्हारअ पाछ्अ आबाळो छ, मंसुं महान छ। म तो उंका जूता की जेवड़्या खोल्बा जस्यो बी कोन्अ। वो थान्अ पवितर-आत्मा अर आग सुं बतिस्मो देव्अलो।
वो इजरायल का घणा मनखा न्अ वांका परमेसर की ओड़ी फरावलो।
अर उंका मनखा न्अ खेवलो क वांका पापा की छमा सु'ई वांको उद्धार होव्अलो।
पवितर-आत्मा सुं भरर ईसु यरदन नन्दी की तीर सुं पाछो आयो। अर आत्मा उन्अ राड़ी म लेग्यो।
ये सबळी बाता यरदन नन्दी की अगूणी ओड़ी बैतनिय्याह मं होई जण्ढ्अ यूहन्ना बतिस्मो देव्अ छो।
जिसुं वे यूहन्ना कन्अ आया अर खिया, “ह गरू, ज्यो मनख यरदन नन्दी क पेलीपार थारी लार छो अर जिका बारा मं तु बतायो छो, वोई लोगबागा न्अ बतिस्मो देर्यो छ, अर हर आदमी उकन्अ जार्यो छ।”
बीक्अ आबासुं पेली यूहन्ना इजरायल का मनखा न्अ पापा सुं मन फरार बतिस्मो लेबाको परचार करतो आयो छो
फेर पौलुस खियो, “यूहन्ना तो पापा सुं मन फराया मनखा न्अ बतिस्मो दियो छो। वो इजरायल का मनखा न्अ खियो छो क ज्यो म्हारअ पाछ्अ आर्यो छ, बीप्अ बस्वास करो, बोई ईसु छ।”
जिसुं अब तु मोड़ो मत होव्अ, उबो हो अर बतिस्मो ल अर ईसु का नांऊ सुं अरदास करता होया खुदका पापा न्अ धोल्अ।