9 उं बगत परमेसर को एक सरगदूत वाक्अ साम्अ परकट्यो अर वाक्अ च्यारूमेर परबु का तेज को उजाळो होग्यो। वे घबराग्या।
पण ज्दया वो ईका बारा मं बच्यार कर'ईर्यो छो, तो सपना मं परबु को सरगदूत दर्साव देर खियो, “ओ! यूसुफ, दाऊद का छोरा, मरियम सुं बियाऊ करबा सुं मत ड़रप्अ क्युं क ज्यो बाळक उंका पेट मं छ वो पवितर-आत्मा की ओडीसुं छ।
जिब्रायल उकन्अ आर खियो, “थारी जै हो! थारअ उपरअ परबु की दीया होई छ। परबु थारी लार छ।”
जद्या उण्डअ मैदान म लळ्डया का गुवाळ छा ज्यो रयात की बगत म खुदका रेवड की रुखाळी करर्या छा।
जद्या वे ई बात मं उळजरी छी क बाक्अ सांकड्अ चलक-भलक करता लत्ता फेरया दो मनख आर उबा हेग्या।
यसायाह ये बाता ई बजेसुं बोल्यो छो, क्युं क वो ईसु की महमा देख्यो छो अर वो बीका बारा मं बाता कर्यो छो।
अण्याचुको'ई परमेसर को एक सरगदूत उण्डअ आर उबो होयो अर काळ कोटड़ी उजाळा सुं झगाबोळ होगी, वो पतरस की बगल थपथपायो अर बीन्अ जगार खिया, “बेगोसोक उबो हो।” अर बेला बीका हाथा मंसुं खुलर पड़गी।
क्युं क पाछली रयात बी परमेसर को एक सरगदूत, जिको म छु अर जिकी म सेवा करू छु, म्हारअ कन्अ आर ऊबो होयो”
पण रयात की बगत परबु को एक सरगदूत काळ कोटड़ी का कुवाड़ न्अ खोल दियो अर बान्अ बारे लेजार खियो,
तो आपा सबळा जद्या खुदका उघाड़ा मूंडा सुं कांच क साम्अ परबु का तेज को ध्यान करां छा तो आपा बी वस्यान कांई होब्अ लाग जावां छा अर परबु की आत्मा आपान्अ टगअ-टगअ औरू बी साउटो आपणा परबु की महमा मं बडाव्अ छ।
क्युं क वो परमेसर'ई छ ज्यो खियो क अंधेरा म उजाळो होव्अ छ अर वोई आपणा मन म होयो छ, जिसुं म्हान्अ ईसु मसी म परमेसर की मेमा का ज्ञान को उजाळो मल सक्अ।
आपणा धरम मं सांच को राज महान छ इम्अ कोई बेम कोन्अ, वो मनख्याजुण मं परगट होयो, पवितर-आत्मा उन्अ साधी, सरगदूत उन्अ देख्या, वो घणा देसा मं जस पायो, संसार उंक्अ उपरअ बस्वास कर्यो, अर उन्अ महमा मं उपरअ सरग मं उठालिया।
वो नजारो अतरो भयानक छो क मूसा बोल्यो क, “मन्अ ड़र अर धूजणी लागरी छ।”
ईक्अ पाछ्अ म एक ओर सरगदूत न्अ बड़ी सक्ति सुं सरग सुं नीच्अ उतरतो देख्यो। बीकी महमा सुं सारी धरती माळ्अ उजाळो होगो।
फेर म एक बड़ा धोळा सिंहासन अर बीक्अ माळ्अ बेठ्यो छो बीन्अ देख्यो। बीक्अ साम्अ सुं धरती अर आम्बर भागगा। अर वांको नामुनिसाण मटग्यो।