12 अर उंकी पेचाण या छ क थान्अ एक बाळक लत्ता म लपटर ठाण म सुतो मल्अलो।”
उं बगत उं सरगदूत की लार ओर दूसरा घणासारा सरगदूत प्रगट्या। वे या खेर परमेसर की स्तुति करर्या छा,
अर वा खुदका पहला छोरा न्अ जणी। क्युं क उण्डअ धर्मसाळा म वान्अ कोई ठार कोन मली जिसुं वा उन्अ लत्ता म लपेटर लळ्डया की ठाण म सुवाण दी।