3 जिसुं वे सबळी बाता ज्यांन्अ तु अन्धेरा मं खियो छ उजाळा मं सुणी जाव्अली। अर सूना कमरा मं ज्योबी तु कोई-कोई का कान मं खियो छ मकान की मेड़ी प सुं बताई जाव्अली।
म थान्अ अंधेरा मं ज्योबी खेऊ छु म चाऊ छु क थे उन्अ उजाळा मं खेवो। म थान्अ ज्योबी कान मं खेऊ छु थे उन्अ ढागळा क उपरअ चढ़र हाक्का पाड़ो।
“पण म थान्अ बताऊ छु क न्याऊ क दन सबळा मनखा न्अ अपणा बनाबात बोल्या बचना को हिसाब देणो पड़्अलो।
ज्यो घरका ढागळा प होव्अ, वे कांई बी लेबा बेई तळ्अ कोन्अ उतरअ।