23 अर फेर अस्यान होई क मन्दर सेवा की बगत पूरी होई तो वो पाछो खुदक्अ घरा चलग्यो।
फेर जद्या वो बाण्अ आयो तो वासुं कोन बोल पार्यो छो। वे जाणग्या क उन्अ मन्दर म कोई दर्सण होया छ। वो गुंगो होग्यो छो अर खाली असारा करर्यो छो।
थोड़साक दना पाछ्अ उंकी लुगाई इलीसिबा पेटसुं होई पांच मिना ताणी वा सबसु एकाड़ी रेई। वा खेई,