उंका चेला बारे जार सबळी ठार म चोखा समचार को परचार कर्या, वाकी लार परबु परमेसर काम करर्यो छो। परबु परमेसर वाका परचार न्अ अचम्बा का काम की सक्ति सुं भरर सांचो बणार्यो छो।
एकात लोगबाग बच्यारअ छ क कोई एक दन बाकी ओर दना सुं खास होव्अ छ अर दूसरा सबळा दना न्अ बराबर मान्अ छ तो हरेक न्अ खुदका मन मं पूरी तरा निस्चित होणो चायजे क कांई सई छ अर कांई गलत।
इपफ्रास को बी थान्अ नमस्कार मल्अ। वो थाम्अ सुं एक छ अर मसी ईसु को सेवा करबाळो छ। वो हमेसा मन लगार घणी मेनत सुं थांक्अ बेई परमेसर सुं परातना करअ छ क थे पाका बणर पूरा बस्वास की लार परमेसर की मन्सा की जस्यानका बण्यारेवो।
तो आवो आपा सांचा मन सुं अर पूरा बस्वास की लार, मन का बरा बिचारा न्अ आंतरअ करबा बेई छांटो देर पवितर करार, काया न्अ पवितर पाणी सुं धुपार परमेसर क सांकड्अ जावां।