3 जद धरम सखाबाळा अर फरीसी एक लुगाई न्अ लेर आया, ज्यो व्यभिचार करबा की बजेसुं पकड़ी गयी छी। अर ब बीन्अ बीच मं ऊबी करर ईसु न्अ खिया,
जिसुं वो यहूदी समाज का सबळा परमुख याजका न्अ अर धरम सखाबाळा न्अ भेळा करर बुज्यो क, “मसी कढ्अ पैदा होणो चायजे।”
अर तड़क्अ सुंवारअ बेगो मन्दर मं आयो अर सबळा लोगबाग बीक्अ सांकड्अ आया। अर वो तळ्अ बेठर बान्अ सखाबा लागगो।
“गरूजी, या लुगाई व्यभिचार करती पकड़ मं आयी छ।
जद्या वे या सुण्या तो बड़ा सुं लेर छोटा ताणी सबळा एक-एक करर चलग्या। अर ईसु ऐकलो रेग्यो अर वा बेरबानी उण्डअ'ई ऊबी रेगी।
ज्यो मनख पेली आंधो छो बीन्अ लोगबाग फरीस्या कन्अ लेगा।
वे बां थरपेड़ा न्अ उण्डअ ल्यार बुज्बा लाग्या, “थें कुणकी सक्ती अर अधिकार सुं यो काम कर्या छा?”
अर ज्यो वा घरहाळा क जीताजी कोई दूसरा मोट्यार सुं खाव्अ-पिव्अ तो वा वेभिचारीणी छ पण उंको घरहाळो मर जाव्अ तो बियाऊ का निम उंक्अ उपरअ कोन लाग्अ अर वा दूसरा मनख क बेठ जाव्अ तोबी वा वेभिचारीणी कोन्अ।