6 ईसु बान्अ खियो, “म्हारी तुंवार मं जाबा बेई हालताणी ठीक बगत कोन्अ आयी। पण थांक्अ बेई सबळी बगत ठीक छ।
वो खियो, “नगर मं फलाणा मनख कन्अ जार उन्अ खेवो, क ‘गरू खियो छ क म्हारी बगत सांकड्अ आगी अर म म्हारा चेला की लार थारअ घरा फसह को तुंवार मनाऊलो।’”
फसह का तुंवार सुं पेली ईसु न्अ यो पतो पड़यो क उंको संसार न्अ छोड़र बाप कन्अ जाबा की बगत आ पुंची, तो ई संसार मं रेबाळा उंका मनखा सुं ज्यांसुं वो परेम करअ छो, वाप्अ वो आखरी दना को परेम दखायो।
ईसु ये बाता खिया पाछ्अ आम्बर की ओड़ी आंख्या ऊंची करर खियो, “ह पापाजी, बा बगत आगी। थारा छोरा की महमा कर, क छोरो बी थारी महमा कर सक्अ।
ईसु उन्अ खियो, “ह माई, या तु मन्अ क्युं खेरी छ? हालताणी म्हारी बगत कोन आयी।”
फेर वे बीन्अ पकड़बा की जोरी करबा लागग्या, पण कोई बी बीक्अ हाथ कोन्अ लगायो, क्युं क बीकी बगत हालताणी ताणी कोन्अ आई छी।
थे तुंवार मं जावो। म ई तुंवार मं कोन्अ जाऊ, क्युं क म्हारअ बेई ठीक बगत कोन्अ आई।”
वो ये बाता मन्दर मं दान-पेट्या का कमरा कन्अ खियो छो। अर कोई बी बीन्अ कोन्अ पकड़यो, क्युं क बीकी बगत अबार ताणी कोन्अ आयी छी।
ईसु वान्अ खियो, “वां मोका अर तथ-बार न्अ जाणबो थांको काम कोन्अ, ज्यांन्अ म्हारो बाप खुदका अधिकार मं रखाण्यो छ।